We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-3
The first………………………hang on.
घोर
सन्निकट विपत्ति का संकेत अनिष्ट सूचक स्तब्धता के साथ लगभग छः बजे आया।
हवा रुक गई, तथा आकाश बिल्कुल काला हो गया। फिर बढ़ता हुआ शोर सुनाई पड़ा,
तथा एक विशाल बादल नाव के पीछे मीनार की तरह खड़ा हो गया। मैं यह जानकर डर
गया कि यह बादल नहीं था, बल्कि लहर थी। ऐसी जैसी मैंने पहले कभी नहीं देखी
थी। वह पूरी लम्बवत् थी, तथा दूसरी लहरों की अपेक्षा दुगुनी बड़ी थी तथा
उसकी भयावह चोटी टकराने को तैयार थी।
गरज बढ़कर गड़गड़ाहट बन गई तथा नाव
का पिछला भाग लहर की ओर उठ गया तथा एक पल के लिए मैंने सोचा कि नाव लहर के
ऊपर चढ़ जाएगी। लेकिन उसी समय भयंकर धमाके से नाव का डेक हिल गया। हरे-सफेद
पानी की प्रचण्ड धारा नाव पर टूट पड़ी, मेरा सिर पहिए से टकरा गया तथा
मुझे एहसास था कि मैं नाव पर से उड़कर धारा में दूब रहा था। मैंने अपनी आती
हुई मृत्यु को स्वीकार कर लिया था तथा जब मैं बेहोश हो रहा था तो मैं पूरे
तरीके से शान्त था।
मेरा सिर अचानक पानी से बाहर निकला। वेववाकर कुछ
मीटर पर लगभग उलट सी गई थी, उसके मस्तूल क्षैतिज हो गए थे। फिर एक लहर ने
उसे धकेल कर सीधा कर दिया। मेरी जीवन रक्षा तार झटके से कस गई थी। मैंने
गार्ड रेल्स को पकड़ लिया तथा हवा में से तैरकर वेववाकर की मुख्य लम्बी
कड़ी में गया। उसके बाद लहरों ने डेक पर कपड़े की गुड़िया की तरह इधर-उधर
पटका। मेरी बाई पसलियाँ चटक गई। मेरा मुँह खून तथा टूटे दांतो से भर गया।
जैसे-तैसे मैंने पहिया ढूंढा, नाव का स्टर्न अगली लहर के लिए सीधा किया तथा
पहिए को पकड़े रखा।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-4
Water,………………………heads.
हर
जगह पानी ही पानी था। मुझे लग रहा था कि नाव में नीचे पानी था लेकिन मैं
सन्तुलन चक्र छोड़ कर जाने का साहस नहीं कर सकता था। फल्का अचानक खुल गया,
तथा मैरी प्रकट हुई। “हम डूब रहे हैं।” वह चिल्लाई, “डेक टूट-फूट गए हैं।
हमारी नाव पानी से भरी हुई है।”
लैरी तथा हर्ब पागलों की तरह पम्प से
पानी बाहर निकाल रहे थे। टूटे हुए शहतीर टेढ़े-मेढ़े लटके हुए थे। तथा नाव
दाईं तरफ से अन्दर की ओर उभरी हुई थी। कपड़े, क्राकरी, नक्शे, डिब्बे तथा
खिलौने गहरे पानी में उछल रहे थे।
कुछ तैर कर, कुछ रेंग कर; मैं बच्चों
के केबिन में पहुंचा। “तुम ठीक हो?” मैंने पूछा “हाँ” उन्होंने ऊपर को बर्थ
से उत्तर दिया। “लेकिन मेरा सिर दुखता है”, आंखों के ऊपर एक बड़े गुमट की
ओर संकेत करते हुए स्यू ने कहा। मेरे पास टक्कर खाये सिरों के विषय मे
चिन्ता करने का समय नहीं था।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-5
After………………………main anchor.
हथौड़ा,
पंच तथा कैनवास लेकर मैं बहुत कठिनाई से डेक पर वापस गया। नाव दाईं तरफ से
टूट कर खुलने के कारण प्रत्येक लहर के टकराने से पानी अन्दर आ रहा था। यदि
मैंने मरम्मत न की, तो हम निश्चय ही डूबेंगे।
मैने किसी-न-किसी तरह
खुले सुराखो पर कैनवास खींच कर जड़ दी और दरवाजों को जलरोधक कवर से पक्का
कर दिया। थोड़ा पानी फिर भी नीचे से बहकर आता रहा, लेकिन अधिकतर पानी साइड
पर से मुड़कर बहने लगा।
जब केबिन के आस-पास तैरते हुए कचरे से हैड पम्प
रुँधने लगा तथा बिजली का पम्प शार्ट सर्किट हो गया, तो और समस्याएं खड़ी हो
गई। पानी का स्तर खतरनाक तरीके से बढ़ने लगा। मैंने डेक पर वापस आकर देखा
कि हमारे दो अतिरिक्त पम्प झटके से टूटकर नाव से अलग गिर गए हैं तथा साथ ही
आग वाला पाल, तिकोना पाल, डींघिया तथा प्रमुख लंगर भी।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-6
Then I………………………us all.”
तब
मुझे याद आया कि हमारे पास चार्टरूम के फर्श पर एक बिजली का पम्प और है।
मैंने उसे एक निकास पाइप से जोड़ा, तथा धन्यवाद किया कि वह चल पड़ा।
रात
ठंड में लगातार पम्प से पानी निकालने, नाव का परिचालन करने, रेडियो चलाने
में धीरे-धीरे बीत गई। हमे अपने डेरिडिओ से भेजे संदेशों का कोई उत्तर नहीं
मिल रहा था। लेकिन इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं थी क्योंकि हम विश्व के
सुदूर कोने में थे।
स्यू का सिर खतरनाक तरीके से सूज चुका था। उसकी
आँखें भी सूजी हुई थी और उसने अपनी बाजू पर गहरा घाव दिखाया। जब मैंने पूछा
कि उसने अपनी चोटों की ओर और पहले ध्यान क्यों नहीं दिया तो उसने उत्तर
दिया, “जब आप हम सब को बचाने की कोशिश कर रहे थे तो मैं आपको चिन्तित करना
नही चाहती थी।”
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-7
By morning………………………two days.
3
जनवरी की सुबह तक पम्पों में पानी का स्तर इतना नियन्त्रित हो गया था कि
हम बारी-बारी से दो घण्टे आराम कर सकते थे। लेकिन फिर भी जल रेखा में नीचे
कहीं कोई बड़ा छेद था, और जाँच करने पर मैंने देखा कि नाव का प्रमुख कैची
ढांचा टूटकर नौटल पर गिर गया था। वास्तव में दाईं ओर का एक पूरा भाग
अतिरिक्त अलमारियों के खानों के और किसी चीज पर टिका न था।
लहर के
टकराने के 15 घण्टे बाद तक तो हम बचे रहे लेकिन वेववाकर आस्ट्रेलिया
पहुँचने तक साबुत नहीं बच सकती थी। मैंने चार्ट का निरीक्षण किया और गणना
की कि पूर्व की ओर कुछ सौ किलोमीटर की दूरी पर दो छोटे-छोटे द्वीप हैं।
उनमें से एक आइल एमस्टर्डम फ्रांस का वैज्ञानिक केन्द्र था। हमारा बचाव
विशाल सागर में इन दो सुई के छेदों जैसे द्वीपों पर पहुंचने पर ही हो सकता
था। लेकिन हवा तथा सागर के शान्त होने तक हम अपने पाल नहीं खोल सकते थे तथा
हमारी बचने की आशा बहुत कम थी। उस विशाल लहर ने हमारा सहायक इंजन
क्रियाहीन कर दिया था।
4 जनवरी को 36 घण्टे के निरन्तर पम्प करने के बाद
पानी का स्तर केवल कुछ सेटीमीटर रह गया था। अब हमें केवल उतना ही पानी
निकालना जारी रखना था जितना छेद से अन्दर आ रहा था। हम मुख्य मस्तूल पर पाल
नहीं लगा सकते थे। ऐसा करने पर साज-सामान पर इतना दबाव पड़ता कि वह पेटे
के क्षतिग्रस्त आग के टुकड़े कर देता। इसलिए हमने तूफानी तिकोना पाल फहराया
तथा उस ओर चल दिए जहाँ मेरे विचार में वे दो द्वीप थे। मैरी नमकीन माँस
तथा करारे बिस्कुट लाई थी तथा हमने लगभग दो दिन बाद पहला भोजन किया था।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-8
But our………………………of paraffin.
परन्तु
विश्राम अधिक देर तक नहीं मिला। चार बजे काले बादल हमारे पीछे बनने शुरू
हो गए। घंटे भर में हवा फिर 40 समुद्री मील की गति से चलने लगी तथा समुद्र
में लहरे ऊंची होने लगी। पूरी रात मौसम बिगड़ता गया तथा 5 जनवरी की सुबह
हमारी स्थिति फिर से निराशाजनक हो गई।
जब मैं बच्चों को दिलासा देने के
लिए अन्दर गया, जॉन ने पूछा “डैडी, क्या हम मरने वाले है?” मैंने उसे
विश्वास देने की कोशिश की कि हम बचने में सफल होंगे। “लेकिन डैडी” वह बोला,
“हम मरने से नहीं डरते यदि हम सभी एक साथ मरे- आप, मम्मी, स्यू और मैं।”
उत्तर
देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं थे, लेकिन जो भी मेरे पास था उसके साथ
समुद्र से सामना करने का संकल्प लेकर मैं बच्चों के पास से आया। दाई कमजोर
वाली तरफ को मैंने बिना क्षतिग्रस्त बाई तरफ जिस ओर में लहरे आ रही थी उसे
बांधने का निश्चय किया तथा इसके लिए भारी नाइलॉन की रस्सियों तथा 22 लीटर
वाले मिट्टी के तेल के प्लास्टिक ढोल कामचलाऊ लंगर बनाने में प्रयोग किए।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-9
That evening………………………had made.
उस
सायंकाल, मैरी व मैं हाथ में हाथ डालकर बैठे थे तथा टूटे हुए तख्तों में
से पानी अन्दर आ रहा था। हम दोनों को महसूस हुआ कि हमारा अन्त निकट था।
परन्तु
वेववाकर लहरों तथा तूफान में से निकलने में सफल रही तथा 6 जनवरी को हवा
धीमी होने पर मैंने सेक्सटेन्ट पर देखने का प्रयास किया। मैने चार्टरूम में
वापस आकर हवाओं की गति, मार्ग में परिवर्तन, बहाव तथा धाराओं आदि का हिसाब
लगाया ताकि अपनी स्थिति का पता लगा सकूं। मैं अधिक-से-अधिक यह पता लगा सका
कि हम 150,000 किलोमीटर के सागर में कहीं पर है तथा 65 किमी द्वीप की खोज
कर रहे हैं।
जब मैं बैठा हुआ सोच रहा था, स्यू दर्द सहन करते हुए चलकर
मेरे पास आई। उसका सिर बाई ओर से बहुत सूज गया था तथा उसकी काली आँखे छोटी
होकर केवल रेखा छिद्र बन गई थी। उसने मुझे एक कार्ड दिया जो उसने बनाया था।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-10
On the………………………about 5 p.m.
कार्ड
पर उसने मैरी तथा मेरा व्यंगचित्र बना रखा था तथा ये शब्द लिखे थे, “ये
बहुत विचित्र लोग हैं। क्या आपको देखकर हंसी आई? मैं तो बहुत हंसी।” अन्दर
संदेश था, “ओह, मैं आप दोनों को कितना प्यार करती हूँ। यह कार्ड आपको
धन्यवाद देने के लिए है। तथा हमें सब कुछ ठीक होने की आशा करनी चाहिए।”
हमें किसी तरह सफल तो होना ही था।
मैने अपनी गणनाओं को जाँचा तथा पुनः
जाँचा। हम अपनी मुख्य कम्पास खो चुके थे। मैं एक अतिरिक्त वाली प्रयोग कर
रहा था जिसे चुम्बकीय परिवर्तनों के लिए ठीक नहीं किया था। मैंने इसके लिए
गुंजाइश रखी तथा हिन्द महासागर के इस भाग में चलने वाली पश्चिमी हवाओं के
प्रभाव का आंकलन करने के लिए।
सायंकाल, लगभग 2 बजे मैं डेक पर गया तथा
लैरी को नाव का परिचालन 180 डिग्री के मार्ग पर करने के लिए कहा, जो मुझे
अनुभव नहीं हो रहा था कि वह 5 बजे सायं तक द्वीप पर पहुंचने की आशा कर सकता
है।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-11
Then with………………………a battleship.”
फिर
उदासी के साथ मैं नीचे आकर बंक में चढ़ गया तथा आश्चर्य की बात यह है कि
मुझे नींद आ गई। जब मैं जागा तो सायं के 6 बजे थे और अन्धेरा हो रहा था।
मैं जान गया कि द्वीप पीछे रह गया है तथा पाल हमारे पास रह गया था उससे हम
पश्चिमी हवाओं के विरुद्ध आगे नहीं बढ़ सकते थे।
उस पल मेरे बंक के पास
अस्त-व्यस्त बालों वाला सिर दिखाई दिया। “क्या मैं गले लग सकता हूँ?”
जोनाथन ने पूछा। स्यू भी ठीक उसके पीछे थी।
“अब मुझे गले क्यों मिल रहे हो?” मैंने पूछा।
“क्योंकि आप पूरे विश्व में सर्वोत्तम डैडी हैं तथा सर्वोत्तम कैप्टेन भी,” मेरे बेटे ने उत्तर दिया।
“मुझे डर लगता है आज तो नहीं।”
“क्यों नहीं, आप हो,” स्यू ने सत्य सच्चे मन से कहा।
“आपने द्वीप खोज लिया है।” “क्या!” मैं चिल्लाया।
“वह हमारे सामने है,” वे दोनों एक साथ बोले “इतना बड़ा जितना कि युद्धपोत”।
We are not Afraid to Die Class 11 Hindi Explanation – Para-12
I rushed………………………to die.
मैं
डेक पर दौड़ा तथा आइल एमस्टर्डम नंगी बहिरेखा को देखकर चैन की सांस ली। यह
ज्वालामुखी उजाड़ पत्थर का टुकड़ा था, जिस पर वनस्पति केवल नाम मात्र की
थी परन्तु यह विश्व का सबसे सुन्दर द्वीप था।
हमने पूरी रात तट से परे लंगर डाले रखा। तथा अगले दिन सुबह द्वीप के सभी 28 वासियों ने हमारा साहस बढ़ाया तथा हमें तट पर ले गए।
फिर
से भूमि पर खड़े होने के बाद मैं सोचने लगा लैरी तथा हर्बी के बारे में जो
अति भयकर समय में भी प्रसन्न और आशावादी रहे थे, मैरी के बारे में जो संकट
के समय चालन पहिए पर बैठी रही थी, और उन सबसे अधिक मेरे मन में उस 8
वर्षीय लड़कों के विषय में विचार आया जो हमें अपने सिर की चोट के बारे में
परेशान करना नहीं चाहती थी। (बाद में चमड़ी तथा खोपड़ी के बीच बार-बार होने
वाले खून के थक्के को निकालने के लिए छ: लघु ऑपरेशन करने पड़े।) और उस 6
वर्ष के लड़के के विषय में जो मरने से नहीं डरता था।