Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-1
He was………………………years ago.
जब
उसकी मृत्यु हुई वह किशोर अवस्था में था। वह उस शक्तिशाली परिवार का
अन्तिम उत्तराधिकारी था जिसने मिस्र तथा उसके साम्राज्य पर शताब्दियों तक
राज किया था। उसे सोने से लाद कर दफना दिया था तथा अन्ततः उसे भुला दिया
गया। 1922 में उसके मकबरे की खोज के बाद आधुनिक संसार ने इस विषय में
अटकलें लगाई कि उसके साथ क्या हुआ होगा जिसमे अन्तिम सम्भावना उसका वध होने
की थी। अब उसके मकबरे को 80 वर्षों में पहली बार छोड़ने से पहले, टुट का
सी०टी० स्कैन हुआ जिसमें उसके जीवन तथा मृत्यु के विषय में नए सुराग मिले
तथा ठीक जानकारी मिली जिससे इस बालक फेरों की वैज्ञानिक जाँच हो सकेगी।
अब
राजा टूट को उसकी कब्र मिस्र के समाधि क्षेत्र से जिसे राजाओं की घाटी कहा
जाता है, बाहर निकाला तो क्रुद्ध पवन ने भूतों जैसे धूत के शैतान खड़े कर
दिए। काले तौन्द वाले बादल दिन भर तेजी से उड़ते रहे तथा अब तारों को सुरमई
पटारी मे छुपाए हुए थे। 5 जनवरी 2005 को 6 बजे विश्व की सबसे प्रसिद्ध ममी
सिर की ओर से सी०टी० स्कैनर में धीरे-धीरे अन्दर गई। इस स्कैनर को इस युवा
शासक जिसकी मृत्यु 3300 वर्ष पूर्व हुई थी, से सम्बन्धित चिरकालिक रहस्यों
की जाँच पड़ताल करने के लिए लाया गया था।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-2
All afternoon………………………and wine.
तीसरे
पहर श्रद्धांजली देने के लिए विश्व भर से आए पर्यटकों की सामान्य कतार
चट्टान से कटे तंग मकबरे में 26 फुट धरती में नीचे उतरती रही। वे कब्र के
भित्तिचित्रों को देखते रहे तथा टुट के सोने के बने हुए चेहरे को देखते रहे
जो ममी के नक्शों से आश्चर्यजनक तरीके से मिलता-जुलता था तथा ताबूत के
बाह्य ढक्कन पर बना हुआ था। कुछ पर्यटक फुसफुसाते हुए गाइडों में पढ़ रहे
थे। कुछ चुपचाप खड़े में शायद उसकी 18-19 वर्ष की अल्प आयु में मृत्यु के
विषय मे चिन्तन कर रहे थे, या यह सोचकर कांप जाते थे कि क्या फेरो का शाप
वास्तव में सत्य हो सकता है – अर्थात् उन लोगों की जो उसकी शान्ति भग
करेंगे उनकी मृत्यु हो सकती है अथवा उन पर मुसीबत आ सकती है।
“जो कुछ
कार्टर ने 1920 में किया उस कारण यह ममी खस्ता हालत में है,” मिस्र के
पुरावस्तुओं को उच्चतम परिषद के महासचिव जाही हवास ने मृत शरीर पर बहुत देर
तक देखने के बाद कहा।
‘कार्टर’ का अर्थ अंग्रेज पुरातत्व हावर्ड कार्टर
से था जिसने वर्षों तक निष्फल प्रयास के बाद 1922 में टुट का मकबरा खोजा
था। उसके अन्दर की सामग्री, यद्यपि पुरा वस्तुओं की खोज में जल्दबाजी में
छान दी गई थी, फिर भी आश्चर्यजनक तरीके से पूर्ण थी। वे राजसी वस्तुओं का
अभी तक मिले सबसे अधिक समृद्ध संग्रह है तथा फेरो की दंत कथाओं का अंग बन
गए हैं। खोज के समय सोने के स्तम्भित करने वाली कलात्मक वस्तुओं ने उस समय
सनसनी पैदा कर दी थी, और आज भी सबका ध्यान आकर्षित करती हैं। उन वस्तुओं की
शशवत चमक पुनर्जीवन की गारन्टी देती थी, परन्तु टुट को दैनिक प्रयोग की
वस्तुओं के साथ भी दफन किया गया था – वे वस्तुएं जिनकी उसे अगले जीवन मे
आवश्यकता होगी- पट खेल, कांसे का उस्तरा, लिनन के अन्तः वस्त्र, भोजन तथा
शराब की पेटियाँ।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-3
After………………………king’s remains.”
फेरों
को दफन की सम्पत्ति को महीनों तक ध्यानपूर्वक लिपिबद्ध करने के बाद,
कार्टर ने उसके तीन कवचों में रखे उसके ताबूत की जाँच करनी शुरू की। पहले
को खोलने पर उसने एक कफन देखा जो विलो, जैतून के पत्तों, जंगली सेलरी, कमल
की पंखुड़ियों तथा कार्न फूलों की मालाओं से सुसज्जित था- ये सूखे फूल
पत्ते इस बात के प्रमाण थे कि अन्त्येष्टि मार्च अथवा अप्रैल में हुई थी।
वह ममी तक तो अन्त मे पहुँच गया लेकिन वह मुश्किल में फस गया। अनुष्ठानः
में प्रयोग की हुई किशमिश कठोर हो गई थी तथा टुट अपनी ठोस सोने की शवपेटी
के तले में सीमेन्ट की तरह जम गया था।
“कोई भी उचित शक्ति उन्हें हिला नहीं सकी,” कार्टर ने बाद में लिखा। “क्या किया जाए?”
मिस्र
के इस सुदूर दक्षिण भाग में सूर्य हथौड़े की तरह चोट कर सकता है, तथा
कार्टर ने इसका प्रयोग किशमिशों को ढीला करने के लिए किया। उसने ममी को
बाहर झुलसती हुई धूप में रखा जिसने उसे 149 डिग्री फारेनहाइट तक गर्म किया,
कुछ नहीं हिला। बाद में उसने वैज्ञानिक निर्लप भाव के साथ लिखा कि राजा के
अवशेष को उठाने से पहले पदार्थ को उसके अंगो तथा धड़ के नीचे से छेनी से
काटना पड़ा था।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-4
In his………………………are missing.
कार्टर
के बचाव में यह था कि वास्तव में उसके लिए कोई चारा नहीं था। यदि वह ममी
को काटकर अलग नहीं करता तो चोर निश्चित रूप से सोना पाने के लिए सभी को
तोड़-फोड़ कर अलग कर देते। टुट के समय राजवंश विस्मयकारी रूप में अमीर था।
तथा वे सोचते थे, अथवा आशा करते थे, कि ये अपना धन साथ ले जा सकते हैं।
राजा टुट की दूसरी दुनिया में यात्रा के लिए उसे खुले दिल में चमकदार
वस्तुएं दिन – बहुमूल्य कालर, जाड़ाउ हार, दस्तबन्द, अंगूठियाँ, ताबीज़,
अनुष्ठानिक चोगे, चप्पल, अंगुलियों के लिए अंगुस्ताने तथा उसके मूर्तिनुमा
शवपेटिका तथा नकाब के लिए शुद्ध सोना। टुट को उसके आभूषणों से अलग करने के
लिए कार्टर के आदमियों ने ममी का सिर तथा लगभग प्रत्येक मुख्य जोड़ को काटकर
अलग कर दिया था। जब वे अपना काम पूरा कर चुके थे तो उन्होंने अवशेषों को
लकड़ी के सन्दूक में रेत की परत पर फिर से जोड़ दिया तथा गद्दियों से
टूट-फूट को ढका, अब टूट उसी बिस्तर पर आराम कर रहा है।
बीच के दशकों में
पुरातत्व विज्ञान बहुत परिवर्तित हो गया है तथा ध्यान दौलत से हटकर जीवन
के रोचक विवरण तथा मृत्यु की जिज्ञासापूर्ण रहस्यमय बातों पर केन्द्रित हो
गया है। यह अधिक जटिल औजारों का प्रयोग करता है। जिसमें चिकित्सीय तकनीक भी
शामिल है। कार्टर की खोज से 40 वर्ष बाद 1968 में एक शरीर रचना विज्ञान के
प्रोफेसर ने ममी का एक्स-रे किया तथा एक आश्चर्यचकित कर देने वाला तथ्य का
पता लगाया। उसको छाती पर कठोरता से जमी किशमिशों के नीचे, उसकी छाती की
हड्डी और दो आगे को पसलियाँ गायब है।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-5
Today………………………are unclear.
आजकल
नैदानिक चित्रण सी०टी० द्वारा हो सकता है जिसके द्वारा सैकड़ो एक्स-रे
अनुप्रस्थ काट द्वारा रोटी के टुकड़ों की तरह एक साथ रखकर सही तीन विमिक
शरीर की रचना हो सकती है। एक्स-रे से बढ़कर सी०टी० स्कैन टूट के विषय में
क्या बताएगा? तथा क्या वह जवाब दे सकेगा उन दो बड़े प्रश्नों का जो अभी
लटके हुए हैं, अर्थात् उसकी मृत्यु कैसे हुई तथा मृत्यु के समय उसकी आयु
कितनी थी?
राजसी परिणाम के द्वारा भी राजा टूट की मृत्यु एक बड़ी घटना
थी। वह अपने परिवार का अन्तिम सदस्य था तथा उसकी मृत्यु राज परिवार की
मृत्यु थी। लेकिन उसकी मृत्यु कैसे हुई तथा उसका क्या परिणाम निकला, स्पष्ट
नहीं है।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-6
Amenhotep III………………………unexpectedly.
अमेनहोटेप
III, टुट के पिता अथवा दादा शक्तिशाली फेरो थे जिन्होंने 18वें राजवंश के
सुनहरे युग की चरम सीमा पर लगभग चार दशक तक शासन किया। उनका बेटा
अमेनहोटेप IV उनका उत्तराधिकारी बना तथा प्राचीन मिस्र के इतिहास में सबसे
विचित्र युग की शुरुआत की। नए फेरो ने सूर्य चक्र की पूजा को उन्नत किया,
अपना नाम बदलकर अकहेन्टन या एटन का सेवक रखा। तथा अपनी धार्मिक राजधानी
थीबस के पुराने शहर से हटाकर अकहेन्टन के नए शहर में ले गया, जो अब अमरना
कहा जाता है। उसने एक मुख्य देवता अमन पर आक्रमण करके तथा उसकी मूर्तियाँ
तोड़कर व उसके मन्दिर बन्द करके अपने देश में घबराहट पैदा कर दी। वह “बड़ा
भयानक समय हुआ होगा” प्राचीन शहर थीबस के स्थान पर लक्सर में स्थित
यूनिवर्सिटी आफ शिकागो के निदेशक रे जानसन कहते हैं। “जिस परिवार ने
शताब्दियों तक शासन किया था, वह अब समाप्त हो रहा था, तथा फिर अकहेन्टन
थोड़ा सनकी बन गया था।”
अकहेन्टन की मृत्यु के बाद एक रहस्यमय शासक
स्मैनखकरे थोड़े समय के लिए प्रकट हुआ व बिना कोई निशानी छोड़े ही लुप्त हो
गया। तथा फिर बहुत छोटे टुटनखतेन ने गद्दी सम्भाली- व आज वह टुट के नाम से
प्रसिद्ध है। उस बालक राजा ने अपना नाम शीघ्र बदलकर टुटानखामुन, ‘अमुन की
जीवित मूर्ति’ रख लिया तथा पुराने ढंग की पुनः स्थापना का निरीक्षण किया।
उसने लगभग नौ वर्ष शासन किया व फिर अचानक उसकी मृत्यु हो गई।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-7
Regardless………………………so long.
उसकी
ख्याति तथा उसके भाग्य के विषय में अटकलों की ओर ध्यान दिए बिना, टुट
मिस्र की कई ममियों में से एक है। कितनी? कोई नहीं जानता। मिस्र का ममी
प्रोजेक्ट, जिसमें 2003 के अन्त में गणना शुरू की, अब तक लगभग 600 की गणना
कर चुका है व गिनती अब भी निरन्तर है। अगला पदः नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी व
सी०टी० मशीन का निर्माता सीमन्स द्वारा दान में दी गई। सुबाह्य सी०टी०
मशीन द्वारा सभी का पूर्वावलोकन करना। राजा टुट की ममी सबसे पहले
पूर्वावलोकन होने वाली ममियों में से एक थी। अपने जीवन की तरह मृत्यु में
भी वह अपने देशवासियों से राजसी ढंग से आगे बढ़ा।
एक सी०टी० मशीन ने सभी
के सिर से पंजे तक पूर्वावलोकन किया व एक्स-रे के क्रास भाग में 1700
डिजिटल चित्र बनाए। टूट के सिर का अवलोकन 0.62 मिलिमीटर के टुकड़ों में
किया ताकि उसकी जटिल रचना को बड़ा किया जा सके। व परिणामस्वरूप चित्र में
उसका अलौकिक विवरण था। टूट के पूरे शरीर का इस प्रकार चित्र तैयार करने के
बाद, रेडियोलॉजी फोरेन्सिक व शरीर रचना के विशेषज्ञों के एक दल ने उन
रहस्यो की जांच पड़ताल करनी शुरू की जिसकी रक्षा सुनहरे मकबरे की पंखों
वाली देवियाँ अभी तक कर रही थीं।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-8
The night………………………long ago.
स्कैन
वाली रात श्रमिक टूट को एक सन्दूक में मकबरे से उठा कर लाए। वे अर्थी
उठाने वालों को तरह एक ढ़लान पर व फिर सीढ़ियां चढ़कर बाहर भवरों में उड़ते
हुए रेत में आए, फिर एक हाइड्रॉलिक लिफ्ट के द्वारा उस ट्रेलर में गए
जिसमें स्कैनर रखा हुआ था। बीस मिनट पश्चात् दो आदमी बाहर आए, व दौड़कर पास
के कार्यालय में गए, व दो प्लास्टिक के पंखे लेकर वापस आए। दस मिलियन डॉलर
वाला स्कैनर बन्द हो गया था क्योंकि उसे ठंडा करने वाले पत्रो में रेत भर
गया था “फेरो का शाप” एक रक्षक ने घबराते हुए मजाक किया।
अन्त में बदले
में कार्य करने वाले पंखों ने काम पूरा होने तक सही कार्य किया। यह जाँचने
के बाद कि कोई सूचना गुम नहीं हुई थी शिल्पियों ने टुट को श्रमिकों को सौंप
दिया, व वे उसे वापस मकबरे मे ले गए। अपने ताबूत से बाहर ले जाए जाने के
तीन घण्टे बाद फेरो उसी स्थान पर आराम करने लगा जहाँ दफन करने वाले
पुजारियों ने उसे बहुत पहले लेटाया था।
Discovering Tut The Saga Continues Class 11 Hindi Explanation – Para-9
Back in………………………boy king.
ट्रेलर
में वापस आकर एक शिल्पी ने कम्प्यूटर की स्क्रीन पर टूट के कई आश्चर्यजनक
चित्र लिए। पिक्सल बिखरने से एक धौला-सा सिर प्रकट हुआ व शिल्पी ने उसे
प्रत्येक दिशा में घुमाया तथा टेढ़ा किया। गर्दन कशेरुका शरीर रचना वर्ग
में स्पष्ट रूप से दिखाई दी। अन्य चित्रों में हाथ व पसली पिंजर तथा खोपड़ी
का अनुप्रस्थ प्रकट हुए। लेकिन अब तनाव समाप्त हो गया था। वापस अपनी
कुर्सी पर बैठकर जही हवास मुस्कराया, दिखाई देता था कि अब उसे चैन पड़ी थी
क्योंकि कोई गम्भीर गड़बड़ नहीं हुई थी। “मैं पिछली रात एक सेकेण्ड भी सो
नहीं सका था,” उसने कहा, “मुझे चिन्ता थी। लेकिन अब लगता है कि मैं जाकर सो
सकता हूँ।”
जब हम ट्रेलर से धातु की सीढ़ियों से उतर कर रेतीले मैदान
में आए, हवा बन्द हो गई थी। तथा मृतकों की वादी में सर्दी की हवा ठंडी और
शान्त थी, मृत्यु के समान दुट के मकबरे के प्रवेश द्वार पर तारामण्डल ओरियन
खड़ा था जिसे प्राचीन मिस्रवासी ओसिरिस की आत्मा मानते थे— ओसिरिस जो अगले
जीवन का देवता है, वह बालक राजा पर निगरानी रखे हुए था।